


बेसन हमारे रसोईघर का एक अनिवार्य हिस्सा है, जिसका उपयोग हम विभिन्न व्यंजनों जैसे पकौड़े, ढोकला और फेसपैक बनाने में करते हैं। लेकिन बाजार में मिलने वाले बेसन में मिलावट की संभावना को देखते हुए, इसकी शुद्धता की जांच करना बेहद जरूरी हो गया है। मिलावटी बेसन न केवल स्वाद को बिगाड़ता है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है।
मिलावटी बेसन की पहचान कैसे करें?
1. सूंघकर पता लगाएं
शुद्ध बेसन में चने की एक हल्की और ताज़ा खुशबू आती है। अगर आपके बेसन से किसी तरह की गंध नहीं आ रही है या अजीब सी स्मेल आ रही है, तो सतर्क हो जाइए। मिलावटी बेसन में अक्सर सड़े हुए आटे या दूसरे सस्ते पदार्थ मिलाए जाते हैं, जिससे इसकी खुशबू बदल जाती है।
2. पानी में मिलाकर देखें
एक गिलास पानी लें और उसमें एक चम्मच बेसन डालें। अब इसे कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। अगर बेसन ऊपर तैरने लगे या नीचे कुछ सफेद सा जमाव दिखे, तो समझिए उसमें मिलावट है। शुद्ध बेसन पानी में घुलने लगता है और उसमें से कोई परत नहीं निकलती।
3. हाथ पर मलने का टेस्ट
थोड़ा सा बेसन हथेली पर लेकर मलें। अगर यह रेशमी या चिकना लगे और कोई अजीब सी परत छोड़ दे, तो समझिए मिलावट की संभावना है। शुद्ध बेसन हल्का खुरदरा और चिपचिपा नहीं होता।
घर पर शुद्ध बेसन कैसे बनाएं?
अगर आप मिलावट से पूरी तरह बचना चाहते हैं, तो घर पर ही बेसन बनाना सबसे बढ़िया उपाय है। नीचे दी गई विधि से आप आसानी से शुद्ध बेसन तैयार कर सकते हैं।
सामग्री:
- 1 किलो सूखा चना (चना दाल नहीं, साबुत चना)
- मिक्सर ग्राइंडर
- छलनी
विधि:
1. सबसे पहले चने को धूप में 2-3 घंटे अच्छी तरह सुखा लें ताकि उसमें नमी ना रहे।
2. अब इन्हें मिक्सर ग्राइंडर में डालकर बारीक पीस लें।
3. पिसे हुए मिश्रण को एक बार छलनी से छान लें।
4. जो दरदरा हिस्सा बचे, उसे फिर से पीसें।
5. बस फिर तैयार हो जाएगा आपका घर का बना शुद्ध बेसन।
6. आप चाहें तो इसे एयरटाइट डिब्बे में भरकर 2-3 महीने तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
मिलावटी बेसन के नुकसान
मिलावटी बेसन में अक्सर मक्का, अरहर या सस्ते आटे की मिलावट होती है, जो हमारे पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे पेट दर्द, गैस, अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं, शुद्ध बेसन प्रोटीन, फाइबर और आयरन से भरपूर होता है, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। हर रोज इस्तेमाल होने वाली चीजों की शुद्धता की जांच करना हमारी जिम्मेदारी है। थोड़ा-सा ध्यान और समझदारी आपको मिलावट से बचा सकती है। ऊपर दिए गए तरीकों से आप न केवल अपने बेसन की शुद्धता जांच सकते हैं, बल्कि घर पर ही टेस्टी और हेल्दी बेसन बना सकते हैं।